ऋषिकेश। राष्ट्रीय एवं सामरिक महत्व की 125 कि०मी० लम्बी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग नई ब्रॉड गेज रेल लाईन परियोजना का निर्माण रेल विकास निगम लि० द्वारा हर प्रकार के अवरोधों को पार करते हुये युद्ध गति से संचालित किया जा रहा है। सब कुछ सही रहा तो 2025 मे रेल परियोजना का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। जिसके बाद 2026 की शुरुआत में पहाड़ो पर रेल दौड़ने लगेगी।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के अन्तर्गत निर्धारित 125 कि०मी०की दूरी मे 104 किलोमीटर तो रेल सुरंग के अंदर से ही होकर गुजरेगी, जिसके तहत रेल विकास निगम 75 कि०मी० की सुरंग निर्माण को पूरा कर चुका है।
इतना ही नहीं सुरक्षा एवं अभियांत्रिक मानकों का पूर्ण रूप से पालन करते हुये सुरंग के प्रत्येक निर्माणाधीन भाग के खनन के दौरान किये जा रहे विस्फोटकों के परिमाण की मात्रा भारत सरकार के खान सुरक्षा महानिदेशालय (DGMS) द्वारा निर्धारित मानकों की सीमाओं के अन्तर्गत किया जा रहा है जिसे समीपस्थ अवस्थित संरचनाओं एवं स्थलीय पर्यावरण को किसी भी प्रकार की क्षति न पहुंचे। इसके अलावा सुरंग निर्माण से आ रही जनमानस की समस्याओ का भी समय समय पर निवारण किया जा रहा है।
वर्ष 2023-2024 में ऋषिकेश की परियोजना क्रियान्वयन इकाई (PIU) द्वारा 60 कि०मी० लम्बाई में सुरंगों का निर्माण किया गया है तथा 20 किमी लम्बाई में अन्तिम कंक्रीट अस्तर (Final Concrete lining) का कार्य भी पूर्ण किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त 16 प्रमुख रेलवे पुलों में से 04 पुलों का निर्माण कार्य आतिथि तक पूर्ण किया जा चुका है तथा श्रीनगर, गौचर एवं कालेश्वर/सिवाई में रेलवे स्टेशन को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने हेतु मोटर पुलों का निर्माण कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है।
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